मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला! मर्यादा पुरुषोत्तम थे रघुवर, पर नारी को अग्नि कसौटी तोला!
अपने जीवन की सारथी मैं स्वयं अपनी सीमाएं तय करूंगी। अपने जीवन की सारथी मैं स्वयं अपनी सीमाएं तय करूंगी।
आंखों से लक्ष्य न ओझल हो, गिर कर उठने का साहस हो। आंखों से लक्ष्य न ओझल हो, गिर कर उठने का साहस हो।
नारी से है अस्तित्व मिला सह दर्द को उसने जन्म दिया। नारी से है अस्तित्व मिला सह दर्द को उसने जन्म दिया।
भारत माता की सौगंध खाकर, आओ आज ये शपथ लेते है! नारी शक्ति पर आंच ना आने देंगे। भारत माता की सौगंध खाकर, आओ आज ये शपथ लेते है! नारी शक्ति पर आंच ना आने देंग...
की नारी ही तो हैं फरिश्ता तो नहीं। डर लगता है मुझे भी ! की नारी ही तो हैं फरिश्ता तो नहीं। डर लगता है मुझे भी !